52 चाइना ऐप से खतरा! ban on chinese products in india
कर्मचारियों से कहा, अपने और परिवार के मोबाइल से करें डिलीट
गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चाइनीज चीजों का बहिष्कार हो रहा है। अब उत्तर प्रदेश एसटीएफ के IG ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आदेश जारी करके कहा है कि अपने और अपने परिवार के मोबाइल से चाइनीज ऐप डिलीट करे
सीमा मुद्दों को लेकर भारत और चीन के बीच गतिरोध और कोरोनोवायरस जेसी महामारी दोनों ने भारत में चीन विरोधी भावनाओं को बढ़ाया है।
भारत में सोशल मीडिया उपयोगकर्ता देश में स्मार्टफोन और ऐप
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TikTok, Vault-Hide, Vigo Video, Bigo Live, Weibo, WeChat, SHAREit, UC News, UC Browser, BeautyPlus, Xender, ClubFactory, Helo, LIKE, Kwai, ROMWE, SHEIN, NewsDog, Photo Wonder, APUS Browser, VivaVideo- QU Video Inc, Perfect Corp, CM Browser, and Virus Cleaner
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ban all chinese products |
सहित चीनी ब्रांडों और उत्पादों का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। अभी पिछले हफ्ते ही tiktok और Apps चाइना एप्स को हटाएं ‘का भारत में ट्रेंड चल रहा था। चीनी डेवलपर्स के बाद के लक्ष्य उपयोगकर्ता के फोन पर स्थापित होते हैं और उन्हें अपने हैंडसेट से अनइंस्टॉल करने के लिए सरल कदम प्रदान करते हैं।
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अब, कुछ मुट्ठी भर उपयोगकर्ताओं का मानना है कि उन्हें चीनी स्मार्टफोन ब्रांड जैसे कि Xiaomi, Realme, OnePlus, OPPO, Vivo, Huawei, Infinix, Tecno और Motorola का बहिष्कार करना चाहिए।
वे 10 प्रमुख चीनी कंपनियां, जो भारत में ही भारतीय और वैश्विक बाजारों के लिए स्मार्टफोन बनाती हैं :
Lenovo
चीन की कंपनी लेनोवो एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय बीजिंग के अलावा अमेरिका के नॉर्थ कैरोलीना में है। कंपनी स्मार्टफोन के अलावा पर्सनल कंप्यूटर, टैबलेट, वर्कस्टेशन, सर्वर और इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइसों का निर्माण करती है।
लेनोवो का कारोबार भारत समेत दुनिया के 60 देशों में फैला हुआ है और कंपनी के उत्पादों की बिक्री 160 देशों में की जाती है। साल 2014 के जनवरी में लेनोवो ने गूगल से उसका ब्रांड ‘मोटोरोला’ खरीद लिया था और अब कंपनी अपने ब्रांड के साथ ही मोटोरोला ब्रांड के स्मार्टफोन, स्मार्ट वॉचेज का निर्माण करती है।
यह कंपनी भारत में तमिलनाडु के चेन्नई के नजदीक श्रीपेरुं बुदूर में अपने स्मार्टफोन का निर्माण करती है। यहां मोटोरोला और लेनोवो दोनों ब्रांड के स्मार्टफोन बनाए जाते हैं। लेनोवो के ‘के’ सीरीज और ‘पी’ सीरीज के स्मार्टफोन भारत में काफी लोकप्रिय हैं। वहीं, मोटोरोला के ‘जे’ सीरीज, ‘एक्स’ सीरीज, ‘ई’ सीरीज, ‘जी’ सीरीज और ‘सी’ सीरीज के स्मार्टफोन भारत में लोकप्रिय हैं। कंपनी इसके अलावा मोटो 360 स्मार्टवॉच भी बनाती है।
oppo
चीन के गुआंगडोंग प्रांत के डोंगुआन की कंपनी ओप्पो भारत में अपने फोन का निर्माण उत्तर प्रदेश के नोएडा में करती है। इसके अलावा कंपनी ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक पार्क में भी अपनी नई फैक्ट्री खोलने की तैयारियों में जुटी है। कंपनी भारत में इंडियन प्रीमियर लीग की प्रायोजक भी है। ओप्पो के भारत में बिकने वाले प्रमुख मॉडल हैं- वी 7, वी 7 प्लस, वी 5 एस, वी 5 प्लस, वाई 69 और वाई 66।
vivo
वीवो की फैक्ट्री उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में है और कंपनी जल्द ही यहां अपनी दूसरी फैक्ट्री भी शुरू करने जा रही है। वीवो फिलहाल इंडियन प्रीमियम लीग की स्पांसर है। कंपनी के भारतीय बाजार में उपलब्ध मॉडलों में ओप्पो एफ1एस, ओप्पो एफ1प्लस, ओप्पो एफ1यूथ और ओप्पो ए 37 शामिल है। पिछले कुछ महीनों में वीवो और चीन की एक अन्य कंपनी ओप्पो को स्मार्टफोन भारतीय बाजार में तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। दोनों ही कंपनियां अपने सेल्फी केंद्रित फोन के लिए जानी जाती है।
Huawei
चीन के गुआंगडोंग प्रांत के शेनझेन की इस कंपनी की फैक्ट्री तमिलनाडु के चेन्नई में है और कंपनी बेंगलुरू में अपना नया शोध व विकास केंद्र खोला है। हुआवेई ने 80 के दशक से दूरसंचार उपकरणों का निर्माण शुरू किया था और दूरसंचार कंपनियों के लिए मोबाइल नेटवर्क उपकरण बनाने के लिए जानी जाती है। कंपनी का प्रमुख मॉडल पी 9 और गूगल नेक्सस 6पी है। इसके अलावा कंपनी का स्मार्टवॉच हुआवेई वॉच 2 और स्मार्ट बैंड हुआवेई बैंड 2 प्रो भारतीय बाजार में उपलब्ध है।
OnePlus
कंपनी की फैक्ट्री उत्तर प्रदेश के नोएडा में है, जहां वन प्लस के साथ ही ओप्पो के मोबाइल फोन का भी निर्माण किया जाता है। वनप्लस का सबसे नवीनतम मॉडल वनप्लस 5टी और वनप्लस 5 है। वनप्लस अपने फोनसेट के लिए एंड्रॉयड का सबसे नवीनतम संस्करण तेजी से अपडेट करने के लिए जानी जाती है।
वनप्लस के स्मार्टफोन एंड्रायड के नवीनतम संस्करण पर आधारित ऑक्सीजन ओएस (ऑपरेटिंग सिस्टम) पर चलते हैं। यह कंपनी सिर्फ फ्लैगशिप मॉडलों का ही निर्माण करती है और अपने फोन के फ्लैगशिप किलर होने का दावा करती है।
Coolpad
चीन की कूलपैड समूह ने भारत में स्मार्टफोन के निर्माण के लिए वीडियोकॉन समूह के साथ साझेदारी की है। भारत में बेचे जाने वाले इस कंपनी के स्मार्टफोन को महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित फैक्ट्री में असेंबल किया जाता है। कूडपैड के भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडलों में कूलपैड कूलप्ले 6, कूलपैड कूलप्ले 1 और कूडपैड नोट 5 शामिल हैं।
Gionee
चीन के गुआंगडोंग की कंपनी जियोनी ने अपनी फैक्ट्री हरियाणा के फरीदाबाद में लगाई है। कंपनी यहां से निर्मित मोबाइलों को भारत के बाहर के बाजारों में भी बेचती है। कंपनी ने इस फैक्ट्री में शुरुआती निवेश 500 करोड़ रुपये का किया था। इस कंपनी के भारत में बिकने वाले प्रमुख मॉडलों में एम 7 पॉवर, एक्स 1 और ए1 शमिल हैं। कंपनी ने आलिया भट्ट और विराट कोहली को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
Zopo Mobile
चीन की कंपनी जोपो मोबाइल ने भारतीय बाजार में साल 2015 के अगस्त में प्रवेश किया था। कंपनी ने यहां अपना पहला फोन स्पीड 7 प्लस लांच किया था। कंपनी भारत में 100 करोड़ रुपये की लागत से जल्द ही अपनी फैक्ट्री शुरू करनेवाली है। जोपो मोबाइल के प्रमुख मॉडल हैं – फ्लैश एक्स 2, फ्लैक्स एक्स 1, स्पीड एक्स, कलर एम5 और कलर एम 4।
Xiaomi
देश में मध्यम खंड में सबसे ज्यादा फोन इसी कंपनी के बिकते हैं। खासतौर से रेडमी नोट 4 और रेडमी 4 मॉडल देश का सबसे ज्यादा बिकनेवाला मॉडल है। कंपनी की आंध्र प्रदेश की श्रीसिटी में विनिर्माण इकाई है. जहां वह मेड इन इंडिया स्मार्टफोन्स का निर्माण करती है। श्याओमी ने भारतीय बाजार में साल 2014 के जुलाई में ई-मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट के माध्यम से प्रवेश किया था। उसके बाद कंपनी साल 2015 से अपने स्मार्टफोन का निर्माण भारत में करना शुरू कर दिया।
श्रीसिटी आंध्र प्रदेश का एक नियोजित एकीकृत बिजनेस सिटी है, जहां कई मध्यम दर्जे के उद्योग स्थापित हैं। कंपनी जल्द ही भारत में सबसे लोकप्रिय रेडमी नोट 4 का आगामी संस्करण रेडमी नोट 5 लांच करने वाली है।
ZTE
जेडटीई कॉरपोरेशन स्मार्टफोन के साथ दूरसंचार के अन्य उपकरणों का भी निर्माण करती है। कंपनी की फैक्ट्री गुड़गांव में है, जहां कंपनी के कई वीओएलटीई स्मार्टफोनों का निर्माण किया जाता है। जेडटीई भारत में अपने जेडटीई एक्शन 7, ब्लेड वी 8 और जेडटीई जेडमैक्स जैसे मॉडलों की बिक्री करती है।
एपल में भी ‘चीनी’
एपल अपने अधिकांश आईफ़ोन का निर्माण दक्षिणी चीन के शेनज़ेन शहर में करता है. सस्ते श्रम और कम लागत की वजह से एपल के ज्यादातर फोन चीन में बनते हैं. हालांकि पिछले कुछ समय में चीन के साथ अमेरिका के रिश्ते और कोरोना का असर इसके कारोबार पर भी पड़ा है.
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